हिंदी का कार्यसाधक ज्ञान न रखनेवाले कार्मिकों के लिए हिंदी भाषा प्रशिक्षण (प्रबोध, प्रवीण, प्राज्ञ) का प्रावधान है ।
प्रशिक्षण संबंधी लीला पाठ्यक्रम भी उपलब्ध है जिसका उपयोग कर कार्मिक स्वयं प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं ।
हर तिमाही में आयोजित संयुक्त कार्यशालाओं में कार्मिकों को नामित किया जाता है ।